Friday, September 30, 2011

Friday, September 30, 2011

ज़रूरी नहीं की जो सोचा हो वोही हो, मतलब ये की योजना कुछ बनाओ होता कुछ है.
वैसे मैं एक परिक्षण (Experiment ) कर रहा हूँ अपने जीवन के साथ, देखो क्या होता है.

Thursday, September 29, 2011

Thursday, September 29, 2011

आज का दिन दूसरा नवरात्रा है. सुबह सुबह उठकर व्यायाम करने के लाभ होते है. लेकिन पता नहीं मेरे साथ ऐसा क्यों होता है. जिस दिन व्यायाम करता हूँ सब अच्छा चलता है. पुराने समस्याएं हल हो जाती हैं. लेकिन अगर व्यायाम न करूं तो नयी नयी समस्याएं कड़ी हो जाती हैं. अब इसका क्या मतलब है मैं नहीं जानता. ऐसा लगता है की जैसे उपर वाला कह रहा हो की व्यायाम केर ये ज़रूरी है तेरे लिए.

Wednesday, September 28, 2011

Wednesday, September 28, 2011

आज का दिन पहला नवरात्रा है, दिन शुभ है, कुछ नया सोचा है, चाहता हु कुछ करू.
पता नहीं क्यों मुझे ऐसा क्यों लगता है कि मैं कुछ अलग करने के लिए इस दुनिया में आया हूँ. मैं लोगों का भला करना चाहता हूँ. लोगों के दुःख दूर करना चाहता हूँ. मैं नहीं जानता कई ऐसा मैं कैसे कर सकता हूँ. लेकिन मैं करना चाहता हूँ. जिससे मेरे आसपास के लोगो कि तकलीफें दूर हो.
सोचता हूँ क्या कर सकता हूँ.

कृष्णा शर्मा